*इमाम हुसैन की याद में निकला ताजिया अलम मेहंदी जुलूस*
*इमाम हुसैन की याद में निकला ताजिया अलम मेहंदी जुलूस*
*सौरिख कन्नौज* आज पूरे भारत में इमाम हुसैन की याद में जुलूस निकाले गए। मोहर्रम कमेटी अध्यक्ष अली अब्बास ने बताया कि आज ही के दिन 10 मोहर्रम को कर्बला इराक में मुसलमानों के पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों को यज़ीद ने शहीद करबा दिया था इमाम हुसैन दुनिया में इंसानियत का पैग़ाम देना चाहते थे लेकिन यज़ीद जिसने इस्लामी हुकूमत पर क़ब्ज़ा कर लिया था वो चाहता था कि अपनी पूरी आवाज़ से जो उसकी ग़लत बातें और ग़लत चीज़ दुनियाँ में फैलाए यज़ीद सच का साथ देने वालों को क़त्ल कर देता था इसीलिए इमाम हुसैन ने यज़ीद का साथ देने से इंकार कर दिया था जिसके कारण यज़ीद ने इमाम हुसैन को करबला में शहीद कर बा दिया और उनके घर वालों को बंदी बना लिया जिसमें छोटे छोटे बच्चे भी शामिल थे जिनको यज़ीद के द्वारा बंदी बनाया गया था
उन्हीं की याद में आज हम मोहर्रम का ग़म मनाते हैं और 10 मोहर्रम को जुलूस निकालते हैं सुबह मोहल्ला ऊंचा इब्ने हसन के इमामबाड़े से मेहदी ब मन्नती ताज़िए चले और दिलशाद हुसैन के इमामबाड़ा से ताजिया ब मेहदी और जुल्फिकार चली दोनों इमामबड़ों से या हुसैन की सदाएं बुलंद होकर जुलूस सदर बाज़ार होता हुआ करबला सादिक़ हुसैन गाटा संख्या 928 में पहुँचा ।जहां पर राज़ापुर व कबीरपुर का जुलूस भी ज़ंजीर,छुरी,ब्लेड व क़मा का मातम करता हुआ करबला पहुँचा खून के फव्वारे निकल रहे थे देखने बालों की आँखें नम हो गई एंबुलेंस भी जुलूस के साथ चल रही थी और जुलूस करबला पहुंचा वहां पर ताज़िये सुपुर्दे ख़ाक किए गये। इसके बाद दोपहर 2 बजे राजापुर,कबीरपुर,सरदापुर व सौरिख का झंडा जुलूस ब ताज़िए गुड्डू नंबरदार के दरवाज़े पर एकत्रित हुए तथा उसके बाद वहां पर लकड़ी खेलते हुए सदर बाज़ार के रास्ते होते हुए करबला सादिक़ हुसैन गाटा संख्या 928 में पहुँचा वहां पर ताज़िये सुपुर्दे खाक किए गये ।इस मौक़े पर अली अब्बास नकवी मेंबर ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड , फिरोज़ अख्तर गांधी जी ,गुड्डू नंबरदार,तौसीफ़ यूसुफ़, वारिद अली,नवीन अहमद,शब्बर अली,तहज़ीबुल हसन आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे तथा पुलिस प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था रही।
समाचार इंडिया न्यूज़ से
मुशर्रत अली कन्नौज