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नवसारी रविवार बाजार में भीड़ का फायदा उठाकर 6 मोबाइल चोरी — क्राइम ब्रांच ने 2 चोरों को धर दबोचा, ₹1.75 लाख के मोबाइल बरामद

नवसारी रविवार बाजार में भीड़ का फायदा उठाकर 6 मोबाइल चोरी — क्राइम ब्रांच ने 2 चोरों को धर दबोचा, ₹1.75 लाख के मोबाइल बरामद

सैयद तनवीर – गुजरात के नवसारी जिले में स्थित प्रसिद्ध रविवार बाजार में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब भीड़ का फायदा उठाकर दो चोरों ने लोगों की जेब से मोबाइल चोरी कर लिए। बाजार में खरीदारी के लिए आए लोगों को पता भी नहीं चला कि कब उनका मोबाइल उनके हाथ से निकल गया। यह घटना उस समय की है जब बाजार में सैकड़ों की भीड़ थी और सुरक्षा व्यवस्था भी सामान्य थी।

पुलिस हरकत में आई
घटना की जानकारी मिलते ही नवसारी पुलिस हरकत में आ गई। तुरंत ही स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने जांच शुरू कर दी। बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को कुछ संदिग्धों के हावभाव पर शक हुआ। इसके बाद पुलिस ने सुरागों के आधार पर जांच को तेज किया।

कोसंबा से पकड़े गए आरोपी
क्राइम ब्रांच की टीम ने इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और मुखबिर की सूचना के आधार पर कोसंबा से दो संदिग्धों को पकड़ा। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने ही नवसारी रविवार बाजार से मोबाइल चोरी किए थे। पुलिस ने दोनों के पास से चोरी के 6 मोबाइल फोन बरामद किए, जिनकी कुल कीमत ₹1.75 लाख आंकी गई है।

बरामद मोबाइलों की सूची
बरामद किए गए मोबाइलों में विभिन्न ब्रांड के फोन शामिल हैं —
सैमसंग गैलेक्सी (₹31,000)
रेडमी स्मार्टफोन (₹18,999)
इंफिनिक्स फोन (₹13,000)
रियलमी, ओप्पो और वीवो के अन्य मॉडलों सहित कुल 6 मोबाइल बरामद हुए।
इन सभी मोबाइलों को पुलिस ने जब्त कर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है।

आरोपियों की पहचान और पूछताछ
सूत्रों के अनुसार, दोनों आरोपी कोसंबा क्षेत्र के रहने वाले हैं। पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि दोनों पेशेवर मोबाइल चोर हैं और पहले भी कई बार इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या इनके साथ कोई और गिरोह भी जुड़ा है जो नवसारी, वलसाड या सूरत जैसे इलाकों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है।

चोरी की तकनीक और तरीका
पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि आरोपी बाजार की भीड़ में घुसकर पहले अपने शिकार को पहचानते थे। वे ऐसे लोगों को निशाना बनाते थे जिनके मोबाइल जेब या पर्स में आधे बाहर दिखते थे। फिर धक्का-मुक्की या भीड़ के बहाने वे मोबाइल निकालकर तुरंत एक साथी को सौंप देते थे, जो मौके से फरार हो जाता था।
इस पूरी प्रक्रिया में दोनों बेहद चालाकी से काम करते थे ताकि किसी को शक न हो।

पुलिस की सतर्कता से मिली सफलता
क्राइम ब्रांच की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण यह केस बहुत जल्दी सुलझ गया। नवसारी पुलिस अधीक्षक (SP) ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि —
“भीड़भाड़ वाले इलाकों में इस तरह की घटनाएं अक्सर होती हैं। पुलिस की सजगता और जनता के सहयोग से हम ऐसे अपराधियों को जल्द पकड़ सकते हैं।”

स्थानीय लोगों में राहत
इस घटना के बाद स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की है। बाजार समिति ने भी निर्णय लिया है कि अब से रविवार बाजार में अतिरिक्त CCTV कैमरे लगाए जाएंगे और भीड़भाड़ के समय पुलिस के जवान तैनात रहेंगे ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

मोबाइल चोरी की बढ़ती घटनाएं
नवसारी ही नहीं, बल्कि पूरे गुजरात में हाल के महीनों में मोबाइल चोरी की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। सूरत, भरुच, वलसाड और नवसारी जैसे जिलों में बाजारों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर जेबकतरों और मोबाइल चोरों का गैंग सक्रिय है। क्राइम एक्सपर्ट्स का कहना है कि चोरी के बाद ये लोग मोबाइल के IMEI नंबर बदलकर या तो उन्हें बेच देते हैं या पार्ट्स के रूप में ठिकाने लगा देते हैं।

पुलिस की सलाह
नवसारी पुलिस ने आम जनता को सतर्क करते हुए कहा है कि —
भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाते समय अपने मोबाइल को सुरक्षित रखें।
पर्स या जेब में मोबाइल को पूरी तरह अंदर रखें।
आसपास के संदिग्ध लोगों पर नज़र रखें।
अगर कोई चोरी की घटना घटती है तो तुरंत नज़दीकी पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाएं।

मोबाइल ट्रैकिंग से मिली मदद
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने कुछ मोबाइलों का लोकेशन ट्रेस कर के आरोपियों तक पहुंच बनाई। एक मोबाइल का नेटवर्क एक्टिवेट होते ही पुलिस ने उसका IMEI ट्रैक किया और उसी के आधार पर दोनों को पकड़ लिया गया।

कानूनी कार्रवाई जारी
दोनों आरोपियों को पुलिस कस्टडी में रखा गया है और उन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 379 (चोरी) और 411 (चोरी की संपत्ति को रखना) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस आगे जांच कर रही है कि क्या उन्होंने इससे पहले भी किसी और जगह चोरी की थी।

सामाजिक प्रभाव और सुरक्षा सवाल
यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि शहरों में भीड़भाड़ वाले बाजारों में अपराधियों के लिए मौके बने रहते हैं। ऐसे में जरूरी है कि प्रशासन और बाजार समिति मिलकर CCTV, अलार्म सिस्टम और गश्त की व्यवस्था को और मजबूत करे।
नागरिकों को भी जागरूक रहना चाहिए ताकि वे खुद अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।

क्राइम ब्रांच की सराहना
नवसारी क्राइम ब्रांच की टीम — जिसमें PSI, हेड कॉन्स्टेबल और अन्य कर्मचारियों का अहम योगदान रहा — ने बेहद कम समय में इस केस को सुलझा दिया। पुलिस अधीक्षक ने मीडिया से बात करते हुए कहा,
“आरोपी चाहे कितने भी चालाक क्यों न हों, कानून के हाथ उनसे तेज़ हैं। जनता के सहयोग से हम अपराधियों पर नकेल कसते रहेंगे।”

पीड़ितों को राहत
जिन लोगों के मोबाइल चोरी हुए थे, वे अब राहत की सांस ले रहे हैं। पुलिस जल्द ही कानूनी प्रक्रिया पूरी कर पीड़ितों को उनके मोबाइल वापस सौंपेगी।

नवसारी रविवार बाजार की यह घटना एक चेतावनी है कि भीड़भाड़ में लापरवाही महंगी पड़ सकती है। हालांकि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह केस सफलतापूर्वक सुलझा, लेकिन नागरिकों को भी सतर्क रहना होगा ताकि अपराधियों को मौका न मिल सके।

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